BENEFITS OF SPIRULINA वेस्टीज स्पिरुलिना के फायदे और नुकसान-Part 3

BENEFITS OF SPIRULINA वेस्टीज स्पिरुलिना के फायदे और नुकसान

1) BENEFITS OF SPIRULINA वेस्टीज स्पिरुलिना के फायदे और नुकसान

BENEFITS OF SPIRULINA वेस्टीज स्पिरुलिना के फायदे और नुकसान । WHO द्वारा प्रमाणित और प्रोत्साहित सुपर फ़ूड । हम उन लोगों से जुड़ना चाहते हैं, जिनके पास ज्ञान है, और जिन लोगों को इसकी आवश्यकता है, हमें अलग-अलग दृष्टिकोण वाले लोगों को एक साथ लाना है, ताकि वे एक-दूसरे को बेहतर ढंग से समझ सकें, और अपने ज्ञान को साझा क सभी को सशक्त बना सके। 1000 Kg सब्जियाँ एवं फल या 1 Kg Spirulina.

Super Food के नाम से प्रचलित स्पिरुलिना क्या है?

स्पिरुलिना के फायदे और नुकसान, और क्यों यह पृथ्वी पर सबसे शक्तिशाली भोजन का स्रोत है। 1974 में विश्व खाद्य सम्मलेन में संयुक्त राष्ट्र ने घोषणा की थी कि यह भविष्य का सर्वोत्तम भोजन है, क्योंकि 1 kg स्पिरुलिना में 1000 किलोग्राम सब्जियाँ और फलों के बराबर पोषक तत्वों की शक्ति है, इसलिए इस पोस्ट में स्पिरुलिना क्या है ? और Vestige Spirulina Review करेंगे ताकि आप Spirulina benefits And side effects in hindi से परिचित हो सके।

BENEFITS OF SPIRULINA  वेस्टीज स्पिरुलिना के फायदे और नुकसान-Part 3

Spirulina स्पिरुलिना

  • Spirulina को प्रकर्ति ने 3.5 अरब साल पहले ही बना दिया है, इसी के कारण वायुमंडल में ऑक्सीजन का उत्पादन हुआ, स्पिरुलिना-यह एक मात्र शैवाल है जो पानी की सतह में होती है यह अद्वतीय नील-हरे शैवालों की एक प्रजाति है।
  • किसी अन्य शैवाल की तुलना में High Quality वाले गाढ़े खाने के साथ मिश्रित होने के कारण इसे एक उच्च भोजन के रूप में जाना जाता है, और इसे न्यूट्रिशन में ले सकते है।
  • Spirulina में आवश्यक एमिनो एसिडो के साथ 60% से 71% शुद्ध प्रोटीन होता है जो कि सोयाबीन से 2 गुना और माँस से 4 गुना अधिक प्रोटीन है।
  • पिछले 20 से ज्यादा वर्षो से करोडों लोग स्पिरुलिना को कैप्सूल, पाउडर आदि रूप में सुरक्षित भोजन मानकर सेवन कर रहे है, और नासा की रिपोर्ट अनुसार, स्पिरुलिना #Super Food है- आइये अब स्पिरुलिना के पोषक तत्वों के बारे में जानते है:-

स्पिरुलिना अनेक पोषक तत्वों का सम्राट होने के कारण इसे खाद्य पदार्थों में शामिल किया गया है इसकी पोषण क्षमतायेँ–

BENEFITS OF SPIRULINA  वेस्टीज स्पिरुलिना के फायदे और नुकसान
BENEFITS OF SPIRULINA वेस्टीज स्पिरुलिना के फायदे और नुकसान
  1. अण्डे से 6 गुना अधिक प्रोटीन।
  2. स्पिरुलिना में सोयाबीन के मुकाबले 2 गुना अधिक प्रोटीन होता है।
  3. सभी दालों से 3 गुना अधिक प्रोटीन स्पिरुलिना में है।
  4. गाय के दूध से 14 गुना अधिक पोषण क्षमता।
  5. स्पीरुलीना में 13 प्रकार कक्के मिनरल्स और 13 प्रकार के विटामिन्स है जो इंसान को Daily Life चाहिए होते है।
  6. स्पिरुलिना विटामिन B-12 का सर्वोत्तम स्रोत माना गया है।
  7. विटामिन A, गाजर की तुलना में 25 अधिक है।
  8. विटामिन A के पोषक स्रोत: 56 गिलास दूध या 550 सेव के बराबर स्पिरुलिना के 12 कैप्सूल।
  9. आयरन का सर्वोत्तम स्रोत होने के कारण पालक से 8 गुना अधिक आयरन स्पिरुलिना में है।
  10. विटामिन B-1 के पोषक श्रोत: 20 हरी मिर्च या 16 मछलियाँ के बराबर स्पिरुलिना के 12 कैप्सूल
  11. विटामिन B-2 के पोषक स्रोत : 420 अंगूर या 47 स्ट्रॉबेरी के बराबर स्पिरुलिना के 12 कैप्सूल
  12. और विटामिन B-3 के पोषक स्रोत : 8 नीबू के बराबर 12 स्पिरुलिना कैप्सूल
  13. विटामिन B-6 के पोषक स्रोत : 90 ग्राम ब्रेड के बराबर 12 स्पीरूलिना (Spirulina Capsules)
  14. और विटामिन B-12 के पोषक स्रोत : 240 ग्राम पनीर या स्पिरुलिना के 12 कैप्सूल
  15. विटामिन E : चिकन के 6 बोटियाँ या 14 गिलास दूध की तुलना में स्पिरुलिना के 12 कैप्सूल प्रभावी है।
BENEFITS OF SPIRULINA  वेस्टीज स्पिरुलिना के फायदे और नुकसान-Part 3
BENEFITS OF SPIRULINA

स्पिरुलिना भी एक ऐसा ही विकल्प है जो अनेक पोषक तत्वों को पूरा करने में कारगर है।

  • प्रतिदिन एक स्वस्थ व्यक्ति को अनेक प्रकार के पोषक तत्वों को लेने की जरुरत होती है, इसके लिए भिन्न भिन्न प्रकार के आहार लेना होता है परन्तु प्रकति ने हमें कुछ अच्छे विकल्प दिए है, जिनसे हम ज्यादतर आहारों की प्राप्ति कर सकते है और लाभ ले सकते है।
  • स्पिरुलिना भी एक ऐसा ही विकल्प है जो अनेक पोषक तत्वों को पूरा करने में कारगर है।
  • इसमें ख़राब वसा और कैलोरी कम होती है, जिसके कारण इसका इस्तेमाल करने से शरीर को कमजोरी आये बिना वजन कम किया जा सकता है।
  • अनेक रिचर्स में पाया गया कि स्पिरुलिना के नियमित उपयोग से उच्च रक्तचाप को कम करने में लाभदायक दो सकता है, जिससे मधुमेह, स्ट्रोक और हृदय रोग सम्बन्धी बीमारियों से बचा जा सकता है।
  • प्रतिरोधकता तंत्र कोशिकाओं, प्रोटीन, ऊतको एवं अन्य अंगो का एक जटिल एवं पेचीदा नेटवर्क है, जो शरीर की संक्रामक रोगाणुओं जैसे जीवाणु, विषाण और दूसरे हानिकारक तत्वों से रक्षा करता है।
  • स्पिरुलिना में मौजूद पोषक तत्व प्रतिरोधकता क्षमता को बढ़ा देते है।
  • इसमें Tryptophan एमिनो एसिड होता है जो कि मस्तिष्क के लिए फायदेमंद है, इससे मेमोरी तेज होती है डिप्रेशन, तनाव जैसे समस्याएं नहीं होती है।
  • रक्त की कमी मतलब एनीमिया इसे अनेक नामों से जाना जाता है, बुजुर्गो में यह आम बात है जिससे खून की कमी के कारण कमजोरी और थकान महसूस होती है।
  • एक रिचर्स हुई जिसमे 40 वृद्ध व्यक्तियों को शामिल किया गया और उन्हें स्पिरुलिना के कैप्सूल नियमित रूप से कुछ दिन तक खिलाये गए परिणाम यह हुआ कि उनके हीमोग्लोबिन में वृद्धि में हुई और उनके प्रतिरक्षा में सुधार आया है।
  • कई रिचर्स में यह पुष्टि हुई है कि स्पिरुलिना (Spirulina) के नियम से रहकर आहार लेने से शरीर में विभिन्न प्रकार के कैंसर के विकास को रोका जा सकता है, या कैंसर से बचा जा सकता है क्योंकि यह मूल रूप से प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
  • इनके आलावा स्पिरुलिना के फायदे अनेक है जिसके कारण यह दुनियाभर में प्रसिद्ध है।

BENEFITS OF SPIRULINA वेस्टीज स्पिरुलिना के फायदे और नुकसान

BENEFITS OF SPIRULINA  वेस्टीज स्पिरुलिना के फायदे और नुकसान-Part 3
BENEFITS OF SPIRULINA

स्पिरुलिना के लाभ के साथ -साथ इसका अनियमित और अधिक सेवन नुकसानदेय हो सकता है,

  • पेट दर्द।
  • उल्टी।
  • लिवर समस्याएं।
  • कमजोरी।
  • अनियंत्रित दिल की धड़कन।
  • गर्भवती महिलाओं को इसके सेवन से बचना चाहिए।

स्पिरुलिना के नुकसान क्या हैं?

स्पिरुलिना एक आहार उपयोगी वस्तु है जिसे एक प्रकार का ब्लू-ग्रीन जलीय वाल्गर (blue-green algae) कहा जाता है। यह उच्च प्रोटीन स्रोत, विटामिन, खनिज और अन्य पोषक तत्वों का समृद्ध स्रोत होता है। इसका सेवन करने के बहुत सारे लाभ होते हैं, लेकिन कुछ मामलों में इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। यहां कुछ सामान्य स्पिरुलिना के नुकसान हैं:

  • 1. एलर्जी: कुछ लोगों को स्पिरुलिना की एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा उत्पादों, श्वास लेने में कठिनाई या चुभन आदि हो सकती है। यदि आपको स्पिरुलिना की एक्सेसिबिलिटी से संबंधित कोई समस्या होती है, तो इसे उपयोग करना बंद करें और चिकित्सक से परामर्श करें।
  • 2. गैस और पेट में संक्रमण: कुछ लोगों को स्पिरुलिना के सेवन से पेट में गैस, दस्त, उलटी या पेट की अनुचित पाचन प्रणाली की समस्या हो सकती है। यदि यह समस्या आपके साथ होती है, तो स्पिरुलिना का सेवन कम करें या बंद कर दें।
  • 3. विषाक्तता: अनावश्यक रूप से बहुत अधिक स्पिरुलिना का सेवन करने से शरीर में विषाक्तता की संभावना होती है। इसलिए, सुझाव है कि संतुलित मात्रा में ही स्पिरुलिना का सेवन किया जाए।
  • 4. विशेष परहेज़: गर्भावस्था और स्तनपान काल में स्पिरुलिना का सेवन करने से पहले चिकित्सक से सलाह लेना उचित होता है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए, विशेषज्ञ या चिकित्सक से संपर्क करें।

ध्यान दें कि ये नुकसान सामान्य हो सकते हैं और हर किसी के लिए लागू नहीं होंगे। हालांकि, यदि आपको स्पिरुलिना के सेवन के बाद कोई समस्या होती है, तो इसे उपयोग करना बंद करें और विशेषज्ञ की सलाह लें।

स्पिरुलिना कौन नहीं ले सकता है?

स्पिरुलिना का सेवन करने से पहले निम्नलिखित लोगों को इस्तेमाल से बचना चाहिए:

  • 1. एलर्जी: कुछ लोग स्पिरुलिना के प्रति एलर्जीक हो सकते हैं। इसलिए, जिन लोगों को नीली-हरी जलजीव से एलर्जी होती है, उन्हें स्पिरुलिना से दूर रहना चाहिए।
  • 2. ग्रीन जलजीव से संक्रमण: किसी भी प्रकार के ग्रीन जलजीव संक्रमण (जैसे जल-पेशी के संक्रमण) वाले व्यक्तियों को स्पिरुलिना का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • 3. विषाक्तता: जिन लोगों को विषाक्तता होती है या जिन्हें जलजीव में पाये जाने वाले विष से संबंधित समस्याएं होती हैं, उन्हें स्पिरुलिना का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • 4. गर्भावस्था और स्तनपान काल: गर्भावस्था या स्तनपान काल में महिलाओं को स्पिरुलिना का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
  • 5. चिकित्सा गोलियों के साथ संयुक्त सेवन: कुछ दवाओं के साथ स्पिरुलिना का संयुक्त सेवन विरोधाभासी प्रतिक्रिया पैदा कर सकता है। ऐसे मामलों में, एक व्यक्ति को स्पिरुलिना का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।

यदि आप इन समस्याओं में से किसी में से किसी में शामिल होते हैं, तो स्पिरुलिना का सेवन करने से पहले एक चिकित्सक से परामर्श करना सर्वोत्तम होगा।

स्पिरुलिना को सुबह या रात में लेना बेहतर है?

  • स्पिरुलिना को सुबह या रात में लेने के लिए कोई निश्चित निर्देश नहीं है। इसका समय आपकी व्यक्तिगत पसंद और आपके दैनिक जीवनशैली पर निर्भर करेगा। आप उस समय को चुन सकते हैं जब आपके लिए सबसे उचित और आसान हो।
  • हालांकि, कुछ लोग स्पिरुलिना को सुबह खाने की सिफारिश करते हैं, क्योंकि यह उन्हें दिन की शुरुआत में ऊर्जा प्रदान कर सकता है और दिन भर में एक सक्रिय और ताजगी भरी भूमिका निभा सकता है। अन्य लोग रात में स्पिरुलिना लेते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे नींद और आराम प्राप्त हो सकता है।
  • आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प वह समय होगा जब आपके लिए यह सहजता से संभव हो सके और आप इसे नियमित रूप से ले सकें। यदि आपको कोई चिंता है, तो आप अपने चिकित्सक या पोषण विशेषज्ञ से सलाह ले सकते हैं जो आपके व्यक्तिगत स्वास्थ्य पर आधारित रूप से सर्वोत्तम समय तय करने में मदद करेंगे।

क्या स्पिरुलिना को रोज लेना सुरक्षित है?

  • सामान्यतः, स्पिरुलिना को दिन में एक बार रोजाना लेना सुरक्षित माना जाता है। यह एक प्राकृतिक पोषण सप्लीमेंट है और अनुशासित मात्रा में उपयोग किया जा सकता है। हालांकि, इसे निर्दिष्ट मात्रा में लेना आवश्यक है और बहुत अधिक मात्रा में लेने से बचना चाहिए।
  • सामान्य रूप से, अधिकांश लोगों के लिए रोजाना 1-3 ग्राम (या चार करीब 1 चम्मच) की स्पिरुलिना की मात्रा सुरक्षित और उपयोगी होती है। यहां भी ध्यान देना चाहिए कि इस दिनचर्या को बदलने से पहले अपने चिकित्सक या पोषण विशेषज्ञ से परामर्श करना सर्वोत्तम होगा। वे आपके व्यक्तिगत स्वास्थ्य, उम्र, और अन्य परिस्थितियों का मूल्यांकन करेंगे और आपको उचित मात्रा और सेवन का समय सुझा सकेंगे।

अगर आप स्पिरुलिना के सेवन से संबंधित किसी तरह की अवस्था या चिंता महसूस करते हैं, तो आपको तुरंत अपने चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।

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