दूर कहीं इन राहों में, हो जाओ तुम जो अकेले। Door Kahin Inn Rahon Mein
‘दूर कहीं इन राहों में-हो जाओ तुम जो अकेले’ ! पुराने हिंदी मसीही गीत लिरिक्स, यूट्यूब पर भी उपलब्ध है, लिंक नीचे दे रहे हैं, आप उसे देख भी सकते हैं।
पुराने हिंदी मसीही गीत लिरिक्स -दूर कहीं इन राहों में, हो जाओ तुम जो अकेले।
दूर कहीं इन राहों में, हो जाओ तुम जो अकेले।
याद रखना, यीशु हर पल साथ चलता है।।
दूर कहीं अंधियारे में जब दिल कभी घबराये,
याद रखना, सूली पे कोई दीप जलता है।।
दूर कहीं इन राहों में …!
कितने ऐसे पल हैं तुम्हारे, होते हो जब बेसहारा।
अपना हृदय चोट खा के, ढूंढते हो किनारा।।
कल कहीं इस हाल में, जब जिंदगी फंस जाए।
याद रखना, उसका इशारा थाम लेता है।
दूर कहीं इन राहों में…।
कल कहीं चोट देकर, छोड़ तुमको जाते।
ढूंढते उन्हें आवाज़ देकर, थक के हार जाते।।
कल कहीं इस हाल में जिंदगी तड़फाये।
याद रखना, गम तुम्हारा यीशु सहता है।।
दूर कहीं इन राहों में…।
दूर कहीं इन राहों में, हो जाओ तुम जब अकेले।
याद रखना, यीशु हरदम साथ चलता है।।
दूर कहीं अंधियारे में जब दिल कभी घबराये,
याद रखना, सूली पे कोई दीप जलता है।।
दूर कहीं इन राहों में…।
पुराने हिंदी मसीही गीत लिरिक्स -दूर कहीं इन राहों में, हो जाओ तुम जो अकेले।