सुंदर सोच | Beautiful Positive & Big Thinking 

सुंदर सोच रखे;मैंने सोच के बारे में पढ़ा और सचमुच मैंने बहुत सारे लेखकों की पुस्तकों को पढ़ा है, जो सकारात्मक सोच पर आधारित हैं । सुंदर सोच | Beautiful Positive & Big Thinking.

 पॉजिटिव थिंकिंग, सकारात्मक सोच और सकारात्मक सोच की शक्ति आदि  

  • जब हम अनेक लोगों को सुनते हैं, पढ़ते हैं, और सकारात्मक सोच के विषय में ढेरों किताबें लिखी गई हैं।
  • तब हम जीवन के अंदर सकारात्मक सोच को विकसित करते हैं; तो हमारी चीजें बदलने लगती हैं ।

सुंदर सोच (Beautiful Thinking)

  • हमारे आसपास की चीजें जादुई तरीके से बदलने लगती हैं; और हम अपने जीवन में तब्दीली को देखने पाते हैं । नकारात्मक सोच हमारे जीवन में  हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाती है ।
  • हमारी आत्मा को नुकसान पहुंचाती, हमारे मन को नुकसान पहुंचाती है ।
  • और इस तरीके से हमारे जीवन के अंदर तमाम बुराइयां आ जाती हैं।

 हमेशा सकारात्मक सोचें

  •  जब हमारी सोच सकारात्मक होती है, तो हमारा भी दुख भी सुख में सुख बदल जाता है लेकिन अगर हमारी सोच नकारात्मक हो जाती है , तो हमारे सुख भी दुख में बदल जाते हैं ।

 गलत सोच कर हमको, जितनी जल्दी हो सके, त्याग कर देना चाहिए।

  • बुरे विचारों से दूसरों का नुकसान तो होता ही है हमारा खुद का भी नुकसान होता है ।
  • आपके विचार और वहां तक ले जाते हैं, आपको आप जहां जाना चाहते हैं । पर कमजोर विचारों से अब दूर तक जाने की ताकत नहीं रख सकते ।

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  • अक्सर अनैतिक कार्यो में लिप्त लोगों को धनवान और प्रतिष्ठित होते हुए देख आदमी में नकारात्मक चिंतन जाग उठता है ।
  • अपनी ईमानदारी उसे मूर्खतापूर्ण लगने लगती है, बस सोचने लगता है क्या मिला, मुझे झूठे आदर्शों पर चलकर ??
  • और यह नकारात्मक चिंताएं हीं हमें दलदल धकेल देती हैंबेईमान लोगों की उत्पत्ति ऐसे ही विचारों के संक्रमण के कारण होती है ।गलत सोच हमारी दुनिया को छोटा कर देती है ।
  • भीतरी और बाहरी हमारी दोनों दुनिया सिमट जाती है, तब हमें अपना छोटा सा विरोध भी गुस्सा दिलाने लगता है।
  • छोटी सी असफलता भी अहंकार बनाती है, और थोड़ा सा दुख भी हमारा और संक्रमण का कारण बन जाता है।

सुंदर सोच (Beautiful Thinking)

  •  कुल मिलाकर सोच ही गड़बड़ हो जाती है, हमारा चिंतन गुणों की ओर प्रवृत्त रहना चाहिए।
  •  निराशावादी और नकारात्मक मनुष्य अपने विचारों के द्वारा दूसरों को भी नुकसान पहुंचाते हैं, खुद को भी नुकसान पहुंचाते हैं ।
  •  लेकिन जो भाव और भाव दुख को सुख में बदलने की कला रखते हैं; उसी का जीना सार्थक है ।

वही सही मायने में सफल आदमी है जो व्यक्ति अभाव को भाव में, 

  • दुख को सुख में बदलने की हिम्मत रखता है। वही सही रीति से जी पाता है । 
  • उसी व्यक्ति का जीना सार्थक कहलाता है वही व्यक्ति जीवन में सफल कहलाता है ।

भविष्य उनका ही होता है, जो सपनों की सुंदरता में यकीन करते हैं और जो अच्छी सोच रखते हैं। 

इस तरीके से अगर हम देखें; तो हमारी सोच

  • हमारे ऊपर बहुत हद तक हमारी दुनिया को बनाने में हमारे लिए काम करती हैं ।
  • अपनी सोच को सुंदर बनाएं अपनी सोच को बड़ा बनाएं ।

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