The Last Seven Saying Words By Jesus On The Cross
Dear Lord
I come to you in prayer with a humble heart and a sincere desire for guidance and support. Please grant me the strength and wisdom to face the challenges that lie ahead, and the courage to overcome them with grace and dignity.
Help me to be kind and compassionate towards others, and to always act with integrity and honor. May my actions be a reflection of your love and light in this world.
I ask for your blessings upon my loved ones and all those in need, and I pray for peace and healing in our world.
Thank you for your boundless mercy and grace.
Amen.
नये नियम से बाईबल की आयतें | बाइबिल से 400+ "धन्य" वचन | Bible Se 400+ DHANYWAD Ke Vachan बाइबिल से 400+ "धन्य" वचन | Bible Se 400+ DHANYWAD Ke…
बाइबिल से 400+ "धन्य" वचन-नीतिवचन (भाग 3) | Bible Se 400+ DHANYWAD Ke Vachan। Niti-Vachan बाइबिल से 400+ "धन्य" वचन-नीतिवचन (भाग 3) | Bible Se 400+ DHANYWAD Ke Vachan। Niti-Vachan। नीतिवचन: क्या…
बाइबिल से 400+ "धन्य" वचन ( भाग 2 ) | Bible Se 400+ DHANYWAD Ke Vachan-Bhajan Sanhita se क्या ही धन्य है वह पुरूष जो दुष्टों की युक्ति पर नहीं…
परमेश्वर के अद्भुत प्रेम के बारे में जानिये। (GOD'S TRUE LOVE), आइये देखें, पवित्र बाइबल परमेश्वर के बारे में क्या सिखाती है? हर एक मसीही को ये बातें जानना जरूरी है कि मनुष परमेश्वर के हाथों की रचना है और परमेश्वर अपनी रचना से बहुत प्रेम करता है। अब आप ये जानना चाहते होंगे कि हम कैसे ये सब जान सकते हैं, कि परमेश्वर हमसे प्रेम करता है? तो परमेश्वर के अद्भुत प्रेम के बारे में जानिये। (GOD'S TRUE LOVE)
पुस्तक सारांस: धन अर्जित करने के 5 रहस्य जो 96% लोग नहीं जानते: लेखक क्रेग हिल पुस्तक सारांस: धन अर्जित करने के 5 रहस्य जो 96% लोग नहीं जानते: लेखक…
'भोर' के बारे में बाइबल की 120 आयतें 'भोर' के बारेमें बाइबल की 120 आयतें। और परमेश्वर ने उजियाले को दिन और अन्धियारे को रात कहा। तथा सांझ हुई फिर…
सर्वशक्तिमान ईश्वर की सामर्थ्य | The Power Of The Almighty God सर्वशक्तिमान ईश्वर की सामर्थ्य | The Power Of The Almighty God. प्रजा से कहा, देखो, इस्राएली हम से गिनती…
प्रार्थना में विजय और शक्ति है (Power and Victory in the Prayer) प्रार्थना कैसे करें ? 6 चरणों का पालन कीजिये। हाँ, यह बिल्कुल सही है कि प्रार्थना में विजय और शक्ति होती है। इसका कारण है कि प्रार्थना हमें अपनी आत्मा से जुड़ने और अपने अंतर्मन को शुद्ध करने की शक्ति प्रदान करती है। यह हमें सकारात्मक सोचने और निराशावादी विचारों से मुक्त करता है जो हमें हार की दिशा में ले जाते हैं।