परमेश्वर के अद्भुत प्रेम के बारे में जानिये। (GOD’S TRUE LOVE)
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परमेश्वर के अद्भुत प्रेम के बारे में जानिये। (GOD’S TRUE LOVE), आइये देखें, पवित्र बाइबल परमेश्वर के बारे में क्या सिखाती है? हर एक मसीही को ये बातें जानना जरूरी है कि मनुष परमेश्वर के हाथों की रचना है और परमेश्वर अपनी रचना से बहुत प्रेम करता है। अब आप ये जानना चाहते होंगे कि हम कैसे ये सब जान सकते हैं, कि परमेश्वर हमसे प्रेम करता है? तो परमेश्वर के अद्भुत प्रेम के बारे में जानिये। (GOD’S TRUE LOVE)
परमेश्वर सबका सृष्टि कर्ता है।
भजन संहिता 19:1, 136:1-5-7
- आकाश ईश्वर की महिमा वर्णन कर रहा है; और आकशमण्डल उसकी हस्तकला को प्रगट कर रहा है। भजन संहिता 19:1
- यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है, और उसकी करूणा सदा की है। भजन संहिता 136:1
- परमेश्वर ने अपनी बुद्धि से आकाश बनाया, उसकी करूणा सदा की है। भजन संहिता 136:5
- परमेश्वर ने पृथ्वी को जल के ऊपर फैलाया है, उसकी करूणा सदा की है। भजन संहिता 136:6
- उसने बड़ी बड़ी ज्योतियों बनाईं, उसकी करूणा सदा की है। भजन संहिता 136:7
प्रेरितों के काम 17:24
- जिस परमेश्वर ने पृथ्वी और उस की सब वस्तुओं को बनाया, वह स्वर्ग और पृथ्वी का स्वामी होकर हाथ के बनाए हुए मन्दिरों में नहीं रहता। प्रेरितों के काम 17:24
- न किसी वस्तु का प्रयोजन रखकर मनुष्यों के हाथों की सेवा लेता है, क्योंकि वह तो आप ही सब को जीवन और स्वास और सब कुछ देता है। प्रेरितों के काम 17:25
- उस ने एक ही मूल से मनुष्यों की सब जातियां सारी पृथ्वी पर रहने के लिये बनाईं हैं; और उन के ठहराए हुए समय, और निवास के सिवानों को इसलिये बान्धा है। प्रेरितों के काम 17:26
मनुष्य पापी है।
भजन संहिता 14:1-3, रोमियो 7:18-19, 1 यूहन्ना 1:8, 10, मरकुस 7:21-23
- मूर्ख ने अपने मन में कहा है, कोई परमेश्वर है ही नहीं। वे बिगड़ गए, उन्होंने घिनौने काम किए हैं, कोई सुकर्मी नहीं। भजन संहिता 14:1
- परमेश्वर ने स्वर्ग में से मनुष्यों पर दृष्टि की है, कि देखे कि कोई बुद्धिमान, कोई परमेश्वर का खोजी है या नहीं। भजन संहिता 14:2-
- वे सब के सब भटक गए, वे सब भ्रष्ट हो गए; कोई सुकर्मी नहीं, एक भी नहीं। भजन संहिता 14:3
- मैं जानता हूं, कि मुझ में अर्थात मेरे शरीर में कोई अच्छी वस्तु वास नहीं करती, इच्छा तो मुझ में है, परन्तु भले काम मुझ से बन नहीं पड़ते। रोमियो 7:18
- क्योंकि जिस अच्छे काम की मैं इच्छा करता हूं, वह तो नहीं करता, परन्तु जिस बुराई की इच्छा नहीं करता वही किया करता हूं। रोमियो 7:19
- यदि हम कहें, कि हम में कुछ भी पाप नहीं, तो अपने आप को धोखा देते हैं: और हम में सत्य नहीं। 1 यूहन्ना 1:8
- यदि कहें कि हम ने पाप नहीं किया, तो उसे झूठा ठहराते हैं, और उसका वचन हम में नहीं है॥ 1 यूहन्ना 1:10
- क्योंकि भीतर से अर्थात मनुष्य के मन से, बुरी बुरी चिन्ता, व्यभिचार। मरकुस 7:21
- चोरी, हत्या, पर स्त्रीगमन, लोभ, दुष्टता, छल, लुचपन, कुदृष्टि, निन्दा, अभिमान, और मूर्खता निकलती हैं। मरकुस 7:22
- ये सब बुरी बातें भीतर ही से निकलती हैं और मनुष्य को अशुद्ध करती हैं॥ मरकुस 7:23
प्रभु यीशु ने अपना सम्पूर्ण जीवन भलाई करते हुए बिताया।
लूका 4:16-22, प्रेरितों के काम 10:38-39, 1 तीमुथियुस 2:4
- प्रभु यीशु नासरत में आया; जहां पाला पोसा गया था; और अपनी रीति के अनुसार सब्त के दिन आराधनालय में जा कर पढ़ने के लिये खड़ा हुआ। लूका 4:16
- यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक उसे दी गई, और उस ने पुस्तक खोलकर, वह जगह निकाली जहां यह लिखा था। लूका 4:17
- कि प्रभु का आत्मा मुझ पर है, इसलिये कि उस ने कंगालों को सुसमाचार सुनाने के लिये मेरा अभिषेक किया है, और मुझे इसलिये भेजा है, कि बन्धुओं को छुटकारे का और अन्धों को दृष्टि पाने का सुसमाचार प्रचार करूं और कुचले हुओं को छुड़ाऊं। लूका 4:18
- प्रभु के प्रसन्न रहने के वर्ष का प्रचार करूं। लूका 4:19
- तब उस ने पुस्तक बन्द करके सेवक के हाथ में दे दी, और बैठ गया: और आराधनालय के सब लोगों की आंख उस पर लगी थीं। लूका 4:20
यशायाह की भविष्य वाणी पूरी हुई
- तब वह उन से कहने लगा, कि आज ही यह लेख तुम्हारे साम्हने पूरा हुआ है। लूका 4:21
- और सब ने उसे सराहा, और जो अनुग्रह की बातें उसके मुंह से निकलती थीं, उन से अचम्भा किया; और कहने लगे; क्या यह यूसुफ का पुत्र नहीं? लूका 4:22
- कि परमेश्वर ने किस रीति से यीशु नासरी को पवित्र आत्मा और सामर्थ से अभिषेक किया: वह भलाई करता, और सब को जो शैतान के सताए हुए थे, अच्छा करता फिरा; क्योंकि परमेश्वर उसके साथ था। प्रेरितों के काम 10:38
- और हम उन सब कामों के गवाह हैं; जो उस ने यहूदिया के देश और यरूशलेम में भी किए, और उन्होंने उसे काठ पर लटकाकर मार डाला। प्रेरितों के काम 10:39
- वह यह चाहता है, कि सब मनुष्यों का उद्धार हो; और वे सत्य को भली भांति पहिचान लें। 1 तीमुथियुस 2:4
- क्योंकि परमेश्वर एक ही है: और परमेश्वर और मनुष्यों के बीच में भी एक ही बिचवई है, अर्थात मसीह यीशु जो मनुष्य है। 1 तीमुथियुस 2:5
- जिस ने अपने आप को सब के छुटकारे के दाम में दे दिया; ताकि उस की गवाही ठीक समयों पर दी जाए। 1 तीमुथियुस 2:6
प्रभु यीशु मसीह पापियों को बचाने के लिए मारे गए।
यूहन्ना 15:13, रोमियो 5:6-9, प्रेरितों के काम 10:39-43, 1 पतरस 3:18
- इस से बड़ा प्रेम किसी का नहीं, कि कोई अपने मित्रों के लिये अपना प्राण दे। यूहन्ना 15:13
- क्योंकि जब हम निर्बल ही थे, तो मसीह ठीक समय पर भक्तिहीनों के लिये मरा। रोमियो 5:6
- किसी धर्मी जन के लिये कोई मरे, यह तो र्दुलभ है, परन्तु क्या जाने किसी भले मनुष्य के लिये कोई मरने का भी हियाव करे। रोमियो 5:7
- परन्तु परमेश्वर हम पर अपने प्रेम की भलाई इस रीति से प्रगट करता है, कि जब हम पापी ही थे तभी मसीह हमारे लिये मरा। रोमियो 5:8
- सो जब कि हम, अब उसके लोहू के कारण धर्मी ठहरे, तो उसके द्वारा क्रोध से क्यों न बचेंगे? रोमियो 5:9
- और हम उन सब कामों के गवाह हैं; जो उस ने यहूदिया के देश और यरूशलेम में भी किए, और उन्होंने उसे काठ पर लटकाकर मार डाला। प्रेरितों के काम 10:39
- उस को परमेश्वर ने तीसरे दिन जिलाया, और प्रगट भी कर दिया है। प्रेरितों के काम 10:40
- सब लोगों को नहीं वरन उन गवाहों को जिन्हें परमेश्वर ने पहिले से चुन लिया था, अर्थात हम को जिन्हों ने उसके मरे हुओं में से जी उठने के बाद उसके साथ खाया पीया। प्रेरितों के काम 10:41
परमेश्वर ने जीवतों और मरे हुओं का न्यायी ठहराया है
- उस ने हमें आज्ञा दी, कि लोगों में प्रचार करो; और गवाही दो, कि यह वही है; जिसे परमेश्वर ने जीवतों और मरे हुओं का न्यायी ठहराया है। प्रेरितों के काम 10:42
- उस की सब भविष्यद्वक्ता गवाही देते हें, कि जो कोई उस पर विश्वास करेगा, उस को उसके नाम के द्वारा पापों की क्षमा मिलेगी॥ प्रेरितों के काम 10:43
- इसलिये कि मसीह ने भी, अर्थात अधमिर्यों के लिये धर्मी ने पापों के कारण एक बार दुख उठाया, ताकि हमें परमेश्वर के पास पहुंचाए: वह शरीर के भाव से तो घात किया गया, पर आत्मा के भाव से जिलाया गया। 1 पतरस 3:18
परमेश्वर हमें अपनी ओर फिरने के लिए बुला रहा है।
1 पतरस 3:18, रोमियो 10:9-13
- इसलिये कि मसीह ने भी, अर्थात अधमिर्यों के लिये धर्मी ने पापों के कारण एक बार दुख उठाया, ताकि हमें परमेश्वर के पास पहुंचाए: वह शरीर के भाव से तो घात किया गया, पर आत्मा के भाव से जिलाया गया। 1 पतरस 3:18
- कि यदि तू अपने मुंह से यीशु को प्रभु जानकर अंगीकार करे और अपने मन से विश्वास करे, कि परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया, तो तू निश्चय उद्धार पाएगा। रोमियो 10:9
- क्योंकि धामिर्कता के लिये मन से विश्वास किया जाता है, और उद्धार के लिये मुंह से अंगीकार किया जाता है। रोमियो 10:10
- क्योंकि पवित्र शास्त्र यह कहता है कि जो कोई उस पर विश्वास करेगा, वह लज्जित न होगा। रोमियो 10:11
- यहूदियों और यूनानियों में कुछ भेद नहीं, इसलिये कि वह सब का प्रभु है; और अपने सब नाम लेने वालों के लिये उदार है। रोमियो 10:12
- क्योंकि जो कोई प्रभु का नाम लेगा, वह उद्धार पाएगा। रोमियो 10:13
भजन संहिता 51:1-3, 4, 7, रोमियो 2:4
- हे परमेश्वर, अपनी करूणा के अनुसार मुझ पर अनुग्रह कर; अपनी बड़ी दया के अनुसार मेरे अपराधों को मिटा दे। भजन संहिता 51:1
- मुझे भलीं भांति धोकर मेरा अधर्म दूर कर, और मेरा पाप छुड़ाकर मुझे शुद्ध कर! भजन संहिता 51:2
- मैं तो अपने अपराधों को जानता हूं, और मेरा पाप निरन्तर मेरी दृष्टि में रहता है। भजन संहिता 51:3
- मैं ने केवल तेरे ही विरुद्ध पाप किया, और जो तेरी दृष्टि में बुरा है, वही किया है, ताकि तू बोलने में धर्मी और न्याय करने में निष्कलंक ठहरे। भजन संहिता 51:4
- जूफा से मुझे शुद्ध कर, तो मैं पवित्र हो जाऊंगा; मुझे धो, और मैं हिम से भी अधिक श्वेत बनूंगा। भजन संहिता 51:7
- क्या तू उस की कृपा, और सहनशीलता, और धीरज रूपी धन को तुच्छ जानता है और कया यह नहीं समझता, कि परमेश्वर की कृपा तुझे मन फिराव को सिखाती है? रोमियो 2:4
प्रभु यीशु मसीह हमारा स्वागत करने बाहें फैलाए खडा है।
मत्ती 11:28-30, यूहन्ना 6:35-40, प्रकाशित वाक्य 3:20
- हे सब परिश्रम करने वालों और बोझ से दबे लोगों, मेरे पास आओ; मैं तुम्हें विश्राम दूंगा। मत्ती 11:28
- मेरा जूआ अपने ऊपर उठा लो; और मुझ से सीखो; क्योंकि मैं नम्र और मन में दीन हूं: और तुम अपने मन में विश्राम पाओगे। मत्ती 11:29
- क्योंकि मेरा जूआ सहज और मेरा बोझ हल्का है॥ मत्ती 11:30
- यीशु ने उन से कहा, जीवन की रोटी मैं हूं: जो मेरे पास आएगा वह कभी भूखा न होगा और जो मुझ पर विश्वास करेगा, वह कभी प्यासा न होगा। यूहन्ना 6:35
- जो कुछ पिता मुझे देता है वह सब मेरे पास आएगा, उसे मैं कभी न निकालूंगा। यूहन्ना 6:37
- क्योंकि मैं अपनी इच्छा नहीं, वरन अपने भेजने वाले की इच्छा पूरी करने के लिये स्वर्ग से उतरा हूं। यूहन्ना 6:38
- और मेरे भेजने वाले की इच्छा यह है कि जो कुछ उस ने मुझे दिया है, उस में से मैं कुछ न खोऊं परन्तु उसे अंतिम दिन फिर जिला उठाऊं। यूहन्ना 6:39
- क्योंकि मेरे पिता की इच्छा यह है, कि जो कोई पुत्र को देखे, और उस पर विश्वास करे, वह अनन्त जीवन पाए; और मैं उसे अंतिम दिन फिर जिला उठाऊंगा। यूहन्ना 6:40
- देख, मैं द्वार पर खड़ा हुआ खटखटाता हूं; यदि कोई मेरा शब्द सुन कर द्वार खोलेगा, तो मैं उसके पास भीतर आ कर उसके साथ भोजन करूंगा, और वह मेरे साथ। प्रकाशित वाक्य 3:20
परमेश्वर का अद्भुत प्रेम
1 यूहन्ना 4:10-12, 1 यूहन्ना 4:19-21
- प्रेम इस में नहीं कि हम ने परमेश्वर ने प्रेम किया; पर इस में है, कि उस ने हम से प्रेम किया; और हमारे पापों के प्रायश्चित्त के लिये अपने पुत्र को भेजा। 1 यूहन्ना 4:10
- हे प्रियो, जब परमेश्वर ने हम से ऐसा प्रेम किया, तो हम को भी आपस में प्रेम रखना चाहिए। 1 यूहन्ना 4:11
- परमेश्वर को कभी किसी ने नहीं देखा; यदि हम आपस में प्रेम रखें, तो परमेश्वर हम में बना रहता है; और उसका प्रेम हम में सिद्ध हो गया है। 1 यूहन्ना 4:12
- हम इसलिये प्रेम करते हैं, कि पहिले उस ने हम से प्रेम किया। 1 यूहन्ना 4:19
- यदि कोई कहे, कि मैं परमेश्वर से प्रेम रखता हूं; और अपने भाई से बैर रखे; तो वह झूठा है: क्योंकि जो अपने भाई से, जिस उस ने देखा है, प्रेम नहीं रखता, तो वह परमेश्वर से भी जिसे उस ने नहीं देखा, प्रेम नहीं रख सकता। 1 यूहन्ना 4:20
- और उस से हमें यह आज्ञा मिली है, कि जो कोई अपने परमेश्वर से प्रेम रखता है, वह अपने भाई से भी प्रेम रखे॥ 1 यूहन्ना 4:21
तो प्रिय भाई और बहन, आप हमारे लाइव औडियो बाइबल को सुनिये और आशीष पाईये।
प्रभु के प्रेम में बने रहें। प्रभु आपको बहुतायत की आशीष देवे।
‘भोर’ के बारे में बाइबल की 120 आयतें
‘रोटी’ शब्द बाइबल में कहाँ-कहाँ पाया जाता है? जीवन की रोटी मैं हूं।