Bible Study (Hindi) बाइबल स्टडी (हिंदी)
Bible Study (Hindi) बाइबल स्टडी (हिंदी) की श्रेणी वह विशेष ज्ञान प्राप्ति की दिशा है जो हिंदी भाषा में बाइबल के अध्ययन पर केंद्रित है। बाइबल स्टडी बाइबल के विभिन्न पहलुओं, सन्दर्भों, सामग्रियों और संदेशों को समझने और अध्ययन करने का एक माध्यम है। इस श्रेणी में निम्नलिखित पहलुओं पर ध्यान केंद्रित होता है:
1. बाइबल के तत्त्व: यह पहलु बाइबल के मूलभूत तत्त्वों, जैसे देवत्व, मनुष्यत्व, पाप, मुक्ति, प्रेम आदि पर ध्यान केंद्रित करता है। यह तत्त्व बाइबल की भावनाओं, संदेशों और मार्गदर्शन के समझ में मदद करता है।
2. पुराणों का अध्ययन: हिंदी भाषा में बाइबल के पुराणों, जैसे विविध आदमी और ईश्वर की कहानियों, इतिहासों, पदों, और उपदेशों का अध्ययन करने की प्रक्रिया होती है। यह पुराणों के सन्देशों, धार्मिक अर्थ, और उनके सारांश को समझने का माध्यम प्रदान करता है।
3. धार्मिक अध्यात्मिक संदेश: बाइबल की धार्मिक और अध्यात्मिक संदेशों के अध्ययन के माध्यम से, इस श्रेणी में यह पहलु ध्यान केंद्रित होता है। इसमें विभिन्न धार्मिक विषयों, जैसे प्रेम, क्षमा, सेवा, न्याय, और आत्म-विकास पर विचार किए जाते हैं।
4. आचरण और धार्मिक जीवन: बाइबल का अध्ययन श्रद्धालुओं को अपने आचरण और धार्मिक जीवन के मार्गदर्शन में मदद करता है। यह श्रेणी उच्च मानवीय गुणों, धार्मिक जीवन शैली, और नैतिकता के विचारों पर ध्यान केंद्रित करती है।
5. बाइबल का अनुवाद और व्याख्या: हिंदी भाषा में बाइबल के अनुवाद और व्याख्या का अध्ययन इस श्रेणी का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह अनुवादों और व्याख्यानों के माध्यम से बाइबल के शब्दों, वाक्यों, और पाठों का समझने में सहायता प्रदान करता है।
यह श्रेणी बाइबल के विभिन्न पहलुओं, सन्देशों, और महत्वपूर्ण विषयों को समझने और अध्ययन करने के लिए हिंदी भाषा का प्रयोग करती है। बाइबल स्टडी (हिंदी) के माध्यम से, लोग अपने आध्यात्मिकता को विकसित करने, अपने आचरण और धार्मिक जीवन को मधुर बनाने और बाइबल की ज्ञान प्राप्ति को प्रोत्साहित करने में संलग्न होते हैं।
इस श्रेणी के अंतर्गत साझा की जाने वाली ज्ञान, अनुभव, और धार्मिक अध्ययन बाइबल के साथ संबंधित व्यक्तिगत और सामुदायिक स्तर पर अधिक समर्पितता और अवगति को बढ़ाता है। इस श्रेणी के माध्यम से लोग अपनी आध्यात्मिक यात्रा पर विचार करते हैं, धार्मिक संदेशों का विचार करते हैं और अपने जीवन में बाइबल के संदेशों को अमल में लाने का प्रयास करते हैं।
प्रकृति के साथ और ईश्वर के साथ एकता (Unity with Nature and with God)
पृथ्वी पर उद्धारकर्ता का जीवन प्रकृति और ईश्वर के साथ एकता का जीवन था। इस भोज में, उन्होंने हमारे लिए शक्ति के जीवन का रहस्य प्रकट किया। प्रकृति के साथ और ईश्वर के साथ एकता (Unity with Nature and with God)
पवित्र आत्मा कौन है? (Who is the Holy Spirit?)
पवित्र आत्मा कौन है? (Who is the Holy Spirit?) पवित्र आत्मा कौन है? (Who is the Holy Spirit?) आत्मा कौन है ? पवित्र आत्मा की दिव्यता क्या है? पवित्र आत्मा के प्रतीक क्या…
यीशु के शब्द आत्मिक जीवन हैं। अपने चुंबक को सकारात्मक रूप से चार्ज करें। शब्द आत्मा और जीवन हैं: परमेश्वर के राज्य की भाषा बोलना शुरू कीजिये। (Speaking Kingdom Language)
यीशु के शब्द आत्मिक जीवन हैं। अपने चुंबक को सकारात्मक रूप से चार्ज करें। शब्द आत्मा और जीवन हैं: परमेश्वर के राज्य की भाषा बोलना शुरू कीजिये। (Speaking Kingdom Language) परमेश्वर…
Jesus said to him, If you want to be perfect, go, sell what you have and give to the poor, and you will have treasure in heaven; and come, follow Me. But when the young man heard that saying, he went away sorrowful, for he had great possessions (Matthew 19:21,22).
Sell and Give-Sell that ye have, and give alms; provide yourselves bags which wax not old, a treasure in the heavens that faileth not, where no thief approacheth, neither moth corrupteth. For where your treasure is, there will your heart be also. Luke 12:33,34
Our Source of Supply
Our Source of Supply. Whosoever cometh to me, and heareth my sayings, and doeth them, I will shew you to whom he is like. (Luke 6:47). Jesus said that a man who cometh to me, and heareth my sayings, and doeth them digs deep and lays the foundation of his life on a rock, which is the Word of God. He bases his doings on what God's Word says and not on the world system.
The Kingdom Of God Has Come
The Kingdom Has Come-In the sixth chapter of Matthew, Jesus is teaching His disciples how to pray: After this manner, therefore, pray ye: Our Father which art in heaven, hallowed be thy name. Thy kingdom come. Thy will be done in earth, as it is in heaven (vs. 9,10).
परमेश्वर की बुद्धि और राज्य का ज्ञान (Parmeshwar Ki Buddhi Aur Rajya Ka Gyan)। राज्य का ज्ञान ले हे मेरे पुत्र, यदि तू मेरे वचनों को ग्रहण करे, और मेरी आज्ञाओं को अपने साथ छिपाए, तो तूताकि तू बुद्धि की ओर कान लगाए, और समझ की बात मन लगाकर लगाए; वरन यदि तू ज्ञान की दोहाई दे, और समझ के लिथे अपना शब्द बढ़ाए; यदि तू उसे चान्दी के समान ढूंढ़ता, और छिपा हुआ धन मान कर उसकी खोज करता है; तब तुम यहोवा के भय को समझोगे, और परमेश्वर का ज्ञान पाओगे। नीतिवचन 2:1-5
परमेश्वर की बुद्धि और राज्य का ज्ञान (Parmeshwar Ki Buddhi Aur Rajya Ka Gyan)। राज्य का ज्ञान ले हे मेरे पुत्र, यदि तू मेरे वचनों को ग्रहण करे, और मेरी आज्ञाओं को अपने साथ छिपाए, तो तूताकि तू बुद्धि की ओर कान लगाए, और समझ की बात मन लगाकर लगाए; वरन यदि तू ज्ञान की दोहाई दे, और समझ के लिथे अपना शब्द बढ़ाए; यदि तू उसे चान्दी के समान ढूंढ़ता, और छिपा हुआ धन मान कर उसकी खोज करता है; तब तुम यहोवा के भय को समझोगे, और परमेश्वर का ज्ञान पाओगे। नीतिवचन 2:1-5
God’s Wisdom Is Available To You
God’s Wisdom Is Available To You, My son, if thou wilt receives my words, and hide my commandments with thee; so that thou incline thine ear unto wisdom, and apply thine heart to understanding; Yea, if thou criest after knowledge, and liftest up thy voice for understanding; If thou seekest her as silver, and searchest for her as for hid treasures; Then shalt thou understand the fear of the Lord, and find the knowledge of God. Proverbs 2:1-5
हिंसक प्रार्थना के तीन घटकों को ध्यान में रखें। वे हैं 1. विचार प्रक्रिया,2. पुश फैक्टर,3. प्राधिकरण। हिंसक प्रार्थना करने के प्रभाव (Effects of Praying Violent Prayers)। आपको अपने जीवन को बदलने के लिए एक निर्णायक निर्णय लेना होगा। आपके विचार में तीव्रता होनी चाहिए कि चीजें बदलनी चाहिए, कि आपको अपना उपचार, उद्धार और सफलता प्राप्त करनी चाहिए। आप अपने आप से कहेंगे, "बहुत हो गया" एक बार जब आप इस विचार प्रक्रिया को विकसित कर लेते हैं, तो PUSH फैक्टर आता है। यानी जब तक कुछ न हो जाए तब तक प्रार्थना करने के लिए तैयार रहना। जब तक आपको कुछ आंतरिक आश्वासन न मिल जाए कि यह मामला सुलझ गया है।
हिंसक प्रार्थना करने के प्रभाव: हिंसक प्रार्थना के तीन घटकों को ध्यान में रखें। (Effects of Praying Violent Prayers) हिंसक प्रार्थना के तीन घटकों को ध्यान में रखें। वे हैं 1.…
हिंसक प्रार्थनाएँ क्या हैं। (Book Summary Of 200 Violent Prayers for Deliverance, Healing, and Financial Breakthrough) भाग 1
हिंसक प्रार्थनाएँ क्या हैं? हम कुछ महान प्रश्नों के उत्तर देते हैं जो आपको मसीह यीशु में उठने और अपनी स्वतंत्रता की घोषणा करने के लिए प्रेरित करते हैं। हिंसक प्रार्थनाएँ क्या हैं। (Book Summary Of 200 Violent Prayers for Deliverance, Healing, and Financial Breakthrough) भाग 1। कुछ पुरुषों और महिलाओं को दिखाता हूं जिन्होंने बाइबल में हिंसक रूप से प्रार्थना की और उन्हें जो परिणाम मिले। मेरा लक्ष्य आपको आज से हिंसक रूप से प्रार्थना करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
आपके स्वर्गीय खाते में जमा करना (Depositing in Your Heavenly Account)
आपके स्वर्गीय खाते में जमा करना (Depositing in Your Heavenly Account): चार प्रमुख क्षेत्र हैं जिनका उपयोग हम स्वर्ग में देने या जमा करने में कर सकते हैं: दशमांश देना, गरीबों को देना, सुसमाचार में निवेश करना, और परमेश्वर की स्तुति के रूप में देना। हम इनमें से प्रत्येक पर चर्चा करेंगे और उन सिद्धांतों को सीखेंगे जिन पर वे कार्य करते हैं। आपके लिए यह महसूस करना बहुत महत्वपूर्ण है कि ये स्पष्ट रूप से भिन्न हैं।
स्वर्गीय लेखा (Heavenly Account)
स्वर्गीय लेखा (Heavenly Account) (मत्ती 6:19-23)। स्वर्गीय लेखा (Heavenly Account: (मत्ती 6:19-23)। पृथ्वी पर अपने लिए धन जमा न करना, जहां कीड़ा और काई भ्रष्ट करते हैं, और जहां चोर सेंध लगाते और…