तौरैत: निर्गमन में यीशु हैं- भाग-2 (Exodus)
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तौरैत: निर्गमन में यीशु हैं- भाग-2 (Exodus)

तौरैत: निर्गमन में यीशु हैं- भाग-2 । बाइबिल की सभी पुस्तकों में यीशु हैं-भाग-2 तौरैत (निर्गमन) (Exodus)-निर्गमन- फसह का मेम्ना के रूप में-मूसा के द्वारा जीवन – उद्धार, फसह मेमने (निर्गमन 12, यूहन्ना 1: 29,36), स्वर्ग से मन्ना (निर्गमन 16, जॉन 6) रॉक होरेब पर मारा (पूर्व 17, 1 कोर 10: 4) निवास (ब्रेजन वेदी, दीवट, showbread की मेज, वाचा आदि के आर्क) (उत्पत्ति 25-30) तुम्हारा मेम्ना निर्दौष

तौरैत: निर्गमन में यीशु हैं- भाग-2 (Exodus)
बाइबिल की सभी पुस्तकों में यीशु-उत्पत्ति से प्रकाशित वाक्य तक- भाग-2 तौरैत (निर्गमन)

तौरैत में, यीशु किस रूप में प्रतिबिंबित किये गए हैं? भाग-2 तौरैत (निर्गमन)

 फसह का मेम्ना मूसा के जीवन – उद्धार- फसह मेमने (निर्गमन 12, यूहन्ना 1: 29,36)

  • तुम्हारा मेम्ना निर्दौष और पहिले वर्ष का नर हो, और उसे चाहे भेड़ों में से लेना चाहे बकरियों में से।  निर्गमन 12:5
  • और इस महीने के चौदहवें दिन तक उसे रख छोड़ना,
  • और उस दिन गोधूलि के समय इस्राएल की सारी मण्डली के लोग उसे बलि करें।  निर्गमन 12:6
  • तब वे उसके लोहू में से कुछ ले कर जिन घरों में मेम्ने को खाएंगे उनके द्वार के दोनों अलंगोंऔर चौखट के सिरे पर लगाएं।  निर्गमन 12:7
  • जिन घरों में तुम रहोगे उन पर वह लोहू तुम्हारे निमित्त चिन्ह ठहरेगा; अर्थात मैं उस लोहू को देखकर तुम को छोड़ जाऊंगा, और जब मैं मिस्र देश के लोगों को मारूंगा, तब वह विपत्ति तुम पर न पड़ेगी और तुम नाश न होगे।  निर्गमन 12:13

निर्गमन 12:22-23, यूहन्ना 1:29, 36

  • उसका लोहू जो तसले में होगा उस में जूफा का एक गुच्छा डुबाकर उसी तसले में के लोहू से द्वार के चौखट के सिरे और दोनों अलंगों पर कुछ लगाना; और भोर तक तुम में से कोई घर से बाहर न निकले।  निर्गमन 12:22
  • क्योंकि यहोवा देश के बीच हो कर मिस्रियों को मारता जाएगा; इसलिये जहां जहां वह चौखट के सिरे, और दोनों अलंगों पर उस लोहू को देखेगा, वहां वहां वह उस द्वार को छोड़ जाएगा, और नाश करने वाले को तुम्हारे घरों में मारने के लिये न जाने देगा।  निर्गमन 12:23
  • दूसरे दिन उस ने यीशु को अपनी ओर आते देखकर कहा, देखो, यह परमेश्वर का मेम्ना है, जो जगत के पाप उठा ले जाता है।  यूहन्ना 1:29
  • और उस ने यीशु पर जो जा रहा था दृष्टि करके कहा, देखो, यह परमेश्वर का मेम्ना है।  यूहन्ना 1:36
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तौरैत: निर्गमन में यीशु हैं- भाग-2 (Exodus)

स्वर्ग से मन्ना (निर्गमन 16, यूहन्ना 6)

  • तब यहोवा ने मूसा से कहा, देखो, मैं तुम लोगों के लिये आकाश से भोजन वस्तु बरसाऊंगा;
  • और ये लोग प्रतिदिन बाहर जा कर प्रतिदिन का भोजन इकट्ठा करेंगे,
  • इस से मैं उनकी परीक्षा करूंगा, कि ये मेरी व्यवस्था पर चलेंगे कि नहीं।  निर्गमन 16:4
  • यह देखकर इस्राएली, जो न जानते थे कि यह क्या वस्तु है, सो आपस में कहने लगे यह तो मन्ना है।
  • तब मूसा ने उन से कहा, यह तो वही भोजन वस्तु है जिसे यहोवा तुम्हें खाने के लिये देता है। निर्गमन 16:15
  • इस्राएल के घराने वालों ने उस वस्तु का नाम मन्ना रखा; वह धनिया के समान श्वेत था, और उसका स्वाद मधु के बने हुए पुए का सा था।  निर्गमन 16:31
  • फिर मूसा ने कहा, यहोवा ने जो आज्ञा दी वह यह है, कि इस में से ओमेर भर अपने वंश की पीढ़ी पीढ़ी के लिये रख छोड़ो, जिससे वे जानें कि यहोवा हम को मिस्र देश से निकाल कर जंगल में कैसी रोटी खिलाता था।  निर्गमन 16:32
  • यीशु ने कहा, कि लोगों को बैठा दो। उस जगह बहुत घास थी: तब वे लोग जो गिनती में लगभग पांच हजार के थे, बैठ गए:  यूहन्ना 6:10
  • तब यीशु ने रोटियां लीं, और धन्यवाद करके बैठने वालों को बांट दी: और वैसे ही मछिलयों में से जितनी वे चाहते थे बांट दिया। यूहन्ना 6:11
  • जब वे खाकर तृप्त हो गए तो उस ने अपने चेलों से कहा, कि बचे हुए टुकड़े बटोर लो, कि कुछ फेंका न जाए।  यूहन्ना 6:12

यूहन्ना 6:13, 26, 33-35

  • सो उन्होंने बटोरा, और जव की पांच रोटियों के टुकड़े जो खाने वालों से बच रहे थे उन की बारह टोकिरयां भरीं।  यूहन्ना 6:13
  • तब जो आश्चर्य कर्म उस ने कर दिखाया उसे वे लोग देखकर कहने लगे; कि वह भविष्यद्वक्ता जो जगत में आनेवाला था निश्चय यही है।  यूहन्ना 6:14
  • यीशु ने उन्हें उत्तर दिया, कि मैं तुम से सच सच कहता हूं, तुम मुझे इसलिये नहीं ढूंढ़ते हो कि तुम ने अचम्भित काम देखे, परन्तु इसलिये कि तुम रोटियां खाकर तृप्त हुए।  यूहन्ना 6:26
  • यीशु ने उन से कहा, मैं तुम से सच सच कहता हूं कि मूसा ने तुम्हें वह रोटी स्वर्ग से न दी, परन्तु मेरा पिता तुम्हें सच्ची रोटी स्वर्ग से देता है।  यूहन्ना 6:32
  • क्योंकि परमेश्वर की रोटी वही है, जो स्वर्ग से उतरकर जगत को जीवन देती है।  यूहन्ना 6:33
  • तब उन्होंने उस से कहा, हे प्रभु, यह रोटी हमें सर्वदा दिया कर।  यूहन्ना 6:34
  • यीशु ने उन से कहा, जीवन की रोटी मैं हूं: जो मेरे पास आएगा वह कभी भूखा न होगा और जो मुझ पर विश्वास करेगा, वह कभी प्यासा न होगा।  यूहन्ना 6:35
  • मैं तुम से सच सच कहता हूं, कि जो कोई विश्वास करता है, अनन्त जीवन उसी का है।  यूहन्ना 6:47

बाइबिल की सभी पुस्तकों में यीशु-उत्पत्ति से प्रकाशित वाक्य तक-भाग-2 तौरैत (निर्गमन)

जीवन की रोटी मैं हूं।  यूहन्ना 6:48

  • तुम्हारे बाप दादों ने जंगल में मन्ना खाया और मर गए।  यूहन्ना 6:49
  • यह वह रोटी है जो स्वर्ग से उतरती है ताकि मनुष्य उस में से खाए और न मरे।  यूहन्ना 6:50
  • जीवन की रोटी जो स्वर्ग से उतरी मैं हूं। यदि कोई इस रोटी में से खाए, तो सर्वदा जीवित रहेगा, और जो रोटी मैं जगत के जीवन के लिये दूंगा, वह मेरा मांस है।  यूहन्ना 6:51
  • यीशु ने उन से कहा; मैं तुम से सच सच कहता हूं जब तक मनुष्य के पुत्र का मांस न खाओ, और उसका लोहू न पीओ, तुम में जीवन नहीं।  यूहन्ना 6:53
  • जो मेरा मांस खाता, और मेरा लोहू पीता है, अनन्त जीवन उसी का है, और मैं अंतिम दिन फिर उसे जिला उठाऊंगा।  यूहन्ना 6:54
  • क्योंकि मेरा मांस वास्तव में खाने की वस्तु है और मेरा लोहू वास्तव में पीने की वस्तु है।  यूहन्ना 6:55
  • जो मेरा मांस खाता और मेरा लोहू पीता है, वह मुझ में स्थिर बना रहता है, और मैं उस में। यूहन्ना 6:56
  • जैसा जीवते पिता ने मुझे भेजा और मैं पिता के कारण जीवित हूं वैसा ही वह भी जो मुझे खाएगा मेरे कारण जीवित रहेगा।  यूहन्ना 6:57
  • जो रोटी स्वर्ग से उतरी यही है, बाप दादों के समान नहीं कि खाया, और मर गए:
  • जो कोई यह रोटी खाएगा, वह सर्वदा जीवित रहेगा।  यूहन्ना 6:58

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रॉक होरेब पर मारा (निर्गमन 17, 1 कुरिन्थियों 10: 4)

  • और सब ने एक ही आत्मिक जल पीया, क्योंकि वे उस आत्मिक चट्टान से पीते थे,
  • जो उन के साथ-साथ चलती थी; और वह चट्टान मसीह था।  1 कुरिन्थियों 10:4
  • फिर इस्राएलियों की सारी मण्डली सीन नाम जंगल से निकल चली, और यहोवा के आज्ञानुसार कूच करके रपीदीम में अपने डेरे खड़े किए; वहां उन लोगों को पीने का पानी न मिला। निर्गमन 17:1

निर्गमन 17:5-6, 9, 15

  • यहोवा ने मूसा से कहा, इस्राएल के वृद्ध लोगों में से कुछ को अपने साथ ले ले; जिस लाठी से तू ने नील नदी पर मारा था, उसे अपने हाथ में ले कर लोगों के आगे बढ़ चल।  निर्गमन 17:5
  • देख मैं तेरे आगे चलकर होरेब पहाड़ की एक चट्टान पर खड़ा रहूंगा; और तू उस चट्टान पर मारना, तब उस में से पानी निकलेगा जिससे ये लोग पीएं। तब मूसा ने इस्राएल के वृद्ध लोगों के देखते वैसा ही किया।  निर्गमन 17:6
  • तब मूसा ने यहोशू से कहा, हमारे लिये कई एक पुरूषों को चुनकर छांट ले, ओर बाहर जा कर अमालेकियों से लड़; और मैं कल परमेश्वर की लाठी हाथ में लिये हुए पहाड़ी की चोटी पर खड़ा रहूंगा।  निर्गमन 17:9
  • तब मूसा ने एक वेदी बनाकर उसका नाम यहोवानिस्सी रखा ;  निर्गमन 17:15

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निवास (ब्रेजन वेदी, दीवट, showbread की मेज, वाचा आदि के आर्क) (उत्पत्ति 25-30)

  • फिर यहोवा ने मूसा से कहा, तू उन लोगों को जिन्हें मिस्र देश से छुड़ा लाया है संग ले कर उस देश को जा,
  • जिसके विषय मैं ने इब्राहीम, इसहाक, और याकूब से शपथ खाकर कहा था, कि मैं उसे तुम्हारे वंश को दूंगा।  निर्गमन 33:1
  • मूसा तम्बू को छावनी से बाहर वरन दूर खड़ा कराया करता था, और उसको मिलापवाला तम्बू कहता था।
  • और जो कोई यहोवा को ढूंढ़ता वह उस मिलाप वाले तम्बू के पास जो छावनी के बाहर था निकल जाता था। निर्गमन 33:7

निर्गमन 33:9-10, 21-23

  • जब मूसा उस तम्बू में प्रवेश करता था, तब बादल का खम्भा उतर के तम्बू के द्वार पर ठहर जाता था, यहोवा मूसा से बातें करने लगता था।  निर्गमन 33:9
  • सब लोग जब बादल के खम्भे को तम्बू के द्वार पर ठहरा देखते थे, तब उठ कर अपने अपने डेरे के द्वार पर से दण्डवत करते थे।  निर्गमन 33:10
  • फिर यहोवा ने कहा, सुन, मेरे पास एक स्थान है, तू उस चट्टान पर खड़ा हो;  निर्गमन 33:21
  • जब तक मेरा तेज तेरे साम्हने होके चलता रहे तब तक मैं तुझे चट्टान के दरार में रखूंगा, और जब तक मैं तेरे साम्हने हो कर न निकल जाऊं तब तक अपने हाथ से तुझे ढांपे रहूंगा; निर्गमन 33:22
  • फिर मैं अपना हाथ उठा लूंगा, तब तू मेरी पीठ का तो दर्शन पाएगा,
  • परन्तु मेरे मुख का दर्शन नहीं मिलेगा॥  निर्गमन 33:23

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Harshit Brave

Health Care Advisor, Guide, Teacher, and Trainer. Life Counselling Coach. About Us. Optimal Health is something you all can refer to as perfect health an individual can have. Being healthy only physically is not enough, to attain that perfect health you need to be healthy in all the aspects of life, hence; Optimal Health – Happiness, Health, Wealth, Wisdom, and Spirituality.