शायरी “मंज़िल मिल ही जायेगी, भटकते ही सही। Shayari
शायरी “मंज़िल मिल ही जायेगी, भटकते ही सही। Shayari शायरी “मंज़िल मिल ही जायेगी, भटकते ही सही। गुमराह तो वो हैं, जो घर से निकले ही नहीं।” Shayari सच्चाई से अपने कामों को शांतिपूर्ण ढंग से करते जाओ, सफलता खुद शोर मचा देगी। अपनी बढ़ाई, अपनी तारीफ खुद मत बताते फिरो, काम ऐसे करो कि … Read more